Changa Manga Panga – चंगा मंगा पंगा

“चंगा मंगा पंगा” एक प्रेरणादायक पारिवारिक गाथा है, जो बीते चार दशकों के समाज और परिवार की जटिलताओं को उजागर करती है। यह एक साधारण भारतीय नारी की असाधारण संघर्ष, मेहनत और त्याग की कहानी है, जो प्रतिकूल परिस्थितियों में भी सफलता प्राप्त करती है। एक कठोर और निकम्मे पति के बावजूद, वह अपने धैर्य, सूझबूझ और प्रेम से परिवार को संभालती है। यह कथा दर्शाती है कि जीवन में सफलता का निर्धारण केवल नाम या समाज की पहचान से नहीं, बल्कि संकल्प और परिश्रम से होता है। भावनात्मक उतार-चढ़ाव और आत्मनिर्भरता से भरी यह प्रेरक कहानी हर पाठक को जोड़ती है। लेखक नरेंद्र कुमार आहुजा एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं, जिनकी यात्रा चाय बेचने से इंग्लिश मीडियम स्कूल के प्रिंसिपल बनने तक की है। उनकी सफलता कठिन परिश्रम, ईमानदारी और शिक्षा के प्रति समर्पण का परिणाम है। वे अध्ययन, अध्यापन और लेखन में गहरी रुचि रखते हैं और समाज सुधार व शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए समर्पित हैं।

199.00