हरियाणा के मुख्यमंत्री माननीय श्री नायब सिंह सैनी जी ने डॉ. बलजीत सिंह द्वारा लिखित पुस्तक “SYL: हकीकत या सियासत”का किया गरिमापूर्ण विमोचन।

27 अप्रैल 2025 को हरियाणा के साहित्यिक और राजनीतिक परिदृश्य में एक ऐतिहासिक दिन दर्ज हुआ। प्रसिद्ध पत्रकार और लेखक डॉ. बलजीत सिंह एडवोकेट द्वारा लिखित बहुप्रतीक्षित पुस्तक “SYL: हकीकत या सियासत” का भव्य लोकार्पण समारोह बड़े धूमधाम से आयोजित किया गया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री भी स्वयं उपस्थित रहे, जिससे कार्यक्रम का गौरव और भी बढ़ गया।

“SYL” (Sutlej Yamuna Link Canal) एक लंबे समय से चला आ रहा जल विवाद है, जिसने पंजाब और हरियाणा के संबंधों को वर्षों से प्रभावित किया है। इस नाजुक विषय पर डॉ. बलजीत सिंह ने गहन शोध के बाद एक बेहद संतुलित और तथ्यपरक ग्रंथ प्रस्तुत किया है, जो “हकीकत” और “सियासत” दोनों पहलुओं को उजागर करता है।

पुस्तक के विषयवस्तु की झलक

“SYL: हकीकत या सियासत” न केवल एक कानूनी और राजनीतिक दस्तावेज है, बल्कि एक जनभावना का भी प्रतिनिधित्व करती है। इस पुस्तक में डॉ. बलजीत सिंह ने ऐतिहासिक तथ्यों, अदालती फैसलों, राजनीतिक दृष्टिकोणों और मीडिया रिपोर्ट्स का विश्लेषण करके एक सटीक तस्वीर प्रस्तुत की है।

पुस्तक का उद्देश्य केवल SYL नहर के तकनीकी पहलुओं को उजागर करना नहीं है, बल्कि यह भी बताना है कि किस प्रकार यह परियोजना राजनीति का हथियार बन गई और आम जनता के लिए एक ज्वलंत मुद्दा बन गई। पुस्तक में हरियाणा और पंजाब के विभिन्न दृष्टिकोणों को निष्पक्षता से प्रस्तुत किया गया है, जिससे पाठक स्वयं निर्णय कर सकें।

विमोचन समारोह का भव्य आयोजन

27 अप्रैल को आयोजित इस समारोह में हरियाणा के मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण कुमार बेदी, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल कौशिक, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, पूर्व मंत्री गोपाल कांडा, जिलाध्यक्ष भाजपा यतींद्र सिंह एडवोकेट, वरिष्ठï नेता गोबिंद कांडा, सिरसा नगर परिषद के चेयरमैन शांति स्वरुप आदि गणमान्य मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने इस पुस्तक को देश की जल नीति और अंतर्राज्यीय संबंधों के परिप्रेक्ष्य में “महत्वपूर्ण योगदान” करार दिया।

मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा,
“SYL एक ऐसा विषय है जिसने दशकों से हरियाणा के किसानों और आम जनता के जीवन को प्रभावित किया है। डॉ. बलजीत सिंह ने इस विषय पर जिस प्रकार निष्पक्ष और शोधपरक पुस्तक प्रस्तुत की है, वह सराहनीय है। इस पुस्तक को हर विद्यार्थी, पत्रकार, राजनेता और नीति निर्धारक को अवश्य पढ़ना चाहिए।”

लेखक डॉ. बलजीत सिंह का परिचय

डॉ. बलजीत सिंह पिछले दो दशकों से सक्रिय पत्रकारिता से जुड़े हुए हैं। उन्होंने राजनीति शास्त्र, लोक प्रशासन और पत्रकारिता में स्नातकोत्तर उपाधियाँ प्राप्त की हैं। पत्रकारिता में एमफिल और पीएचडी के साथ-साथ, वे वकालत के क्षेत्र में भी गहरी पकड़ रखते हैं।

उन्होंने ‘हरियाणा यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स’ के जिलाध्यक्ष से लेकर प्रदेशाध्यक्ष तक की जिम्मेदारियाँ निभाईं हैं और वर्तमान में ‘नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स’ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भी हैं। इस पुस्तक के माध्यम से उन्होंने अपने अनुभव, अध्ययन और पत्रकारिता की गहरी समझ का अद्भुत समन्वय प्रस्तुत किया है।

पुस्तक का महत्व और संदेश

“SYL: हकीकत या सियासत” केवल एक पुस्तक नहीं है, बल्कि यह जल संसाधनों के न्यायपूर्ण वितरण, राज्यों के अधिकारों और राजनीति में जनभावनाओं के उपयोग जैसे विषयों पर सोचने को मजबूर करती है। पुस्तक यह भी बताती है कि कैसे जल जैसे बुनियादी संसाधन भी राजनीति का केंद्र बन जाते हैं और आम जनता के हित कहीं पीछे छूट जाते हैं।

लेखक ने विभिन्न अदालती निर्णयों, संविधानिक प्रावधानों और ऐतिहासिक घटनाओं का उल्लेख करते हुए एक निष्पक्ष दृष्टिकोण से तथ्यों को प्रस्तुत किया है।

पुस्तक में विशेष रूप से हरियाणा के किसानों के संघर्ष, पंजाब की चिंताओं, और केंद्र सरकार की भूमिका पर भी प्रकाश डाला गया है।

निष्कर्ष:
“SYL: हकीकत या सियासत” उन सभी पाठकों के लिए एक अनमोल दस्तावेज है जो भारत में जल विवादों, राजनीति और कानूनी पहलुओं को गहराई से समझना चाहते हैं। यह पुस्तक आने वाले समय में एक संदर्भ ग्रंथ के रूप में स्थापित हो सकती है। यदि आप राजनीति, समाजशास्त्र या पत्रकारिता के छात्र हैं या इस विषय में गहरी रुचि रखते हैं, तो यह पुस्तक आपके लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी।

प्रकाशक:
पेन एंड पेपर एकेडमी

पता:
A71/7, कमर्शियल मार्केट, ए ब्लॉक, गोविंदपुरम, गाज़ियाबाद — 201013

संपर्क करें: +91 9625407904

पुस्तक प्रकाशन से जुड़ी किसी भी जानकारी या सहयोग के लिए हमसे बेझिझक संपर्क करें।

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