कविता वह माध्यम है जो शब्दों के जरिए दिल को छू जाती है, सोचने पर मजबूर कर देती है और एक अजीब सी शांति दे जाती है। ऐसा ही एक भावनात्मक अनुभव है “पीले पत्ते” एक सुंदर और संवेदनशील काव्य संग्रह, जिसे लिखा है आमोद कुमार श्रीवास्तव ने।
शब्दों में जीवन की झलक
“पीले पत्ते” सिर्फ एक कविता संग्रह नहीं है, यह ज़िंदगी के उन अनकहे पहलुओं की आवाज़ है जिन्हें हम महसूस तो करते हैं, लेकिन अक्सर शब्द नहीं दे पाते। इस संग्रह में कविताएँ जीवन के उतार चढ़ाव, रिश्तों की गहराइयों, आत्मबोध, सामाजिक चिंताओं और मृत्यु जैसे विषयों को बड़ी सहजता और गहराई से प्रस्तुत करती हैं।
कविताएँ सरल शब्दों में लिखी गई हैं, लेकिन उनके पीछे छिपा अर्थ और भावनाओं की तीव्रता उन्हें बेहद प्रभावशाली बना देती है। यह किताब हर उस पाठक के लिए है जो जीवन को महसूस करना चाहता है बिना किसी दिखावे, सीधे दिल से।
कवि की लेखनी में संवेदना और सजीवता
लेखक आमोद कुमार श्रीवास्तव एक उभरते हुए कवि हैं, जिनकी लेखनी में गहरी संवेदनशीलता और वास्तविकता की झलक मिलती है। उनके शब्दों में ना कोई बनावट है, ना कोई कृत्रिमता बस वही भावनाएँ हैं जो हम सब अपने-अपने जीवन में कभी न कभी जीते हैं।
उनकी कविताओं में पाठक को खुद की झलक दिखाई देती है कभी एक रिश्ते के टूटने का दर्द, कभी आत्मबोध का प्रकाश, कभी एक समाज की चिंता, तो कभी जीवन के अंतिम पड़ाव की शांति।
कविताएँ जो मन को छू जाती हैं
इस संग्रह में कुछ खास कविताएँ हैं जो विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं:
- ‘करोना’ — महामारी के दौर की चिंता, असमंजस और मानवीय संबंधों की परीक्षा को दर्शाती कविता।
- ‘संबंध’ — रिश्तों की गहराई और जटिलता पर एक सूक्ष्म दृष्टिकोण।
- ‘आत्मबोध’ — स्वयं से मिलने और समझने की यात्रा।
- ‘अपनापन’ — मानवीय जुड़ाव और संवेदनाओं की मिठास।
- ‘अंतिम यात्रा’ — जीवन के अंतिम चरण का शांति और स्वीकृति से भरा चित्रण।
इन कविताओं में वह ताकत है जो पाठक को बार-बार सोचने पर मजबूर करती है और दिल में गूंज छोड़ जाती है।
किसके लिए है यह पुस्तक
- साहित्य प्रेमियों के लिए जो सरल भाषा में गहरी बातों को पढ़ना पसंद करते हैं।
- युवा पाठकों के लिए जो पहली बार कविता की दुनिया में कदम रख रहे हैं।
- अनुभवी पाठकों के लिए जो जीवन को एक गहरे दृष्टिकोण से देखना चाहते हैं।
- शिक्षक और मार्गदर्शकों के लिए जो साहित्यिक संवेदना को आगे बढ़ाना चाहते हैं।
कहाँ से प्राप्त करें
“पीले पत्ते” अब प्रमुख बुकस्टोर्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध है। इसे ज़रूर पढ़ें और खुद को शब्दों की उस दुनिया से जोड़ें, जहाँ हर कविता एक दर्पण बनकर सामने आती है।
- Amazon India — https://www.amazon.in/dp/8197376093
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