पेशे से तो मेरा खुद का कारोबार है मगर संगीत और लिखने में हमेशा रुचि बनी रही मेरा जन्म 19 सितम्बर 1974 को राजस्थान के संगरिया शहर में हुआ। एक निम्न मध्यम वर्गीय परिवार में जन्म होने के कारण तमाम जीवन संधर्ष में गुजरा, ज़िंदगी के सफर में हर मोड़ पर संघर्ष रहा, उन संघर्षो से गुजरते हुऐ दिलो-दिमाग में अनगिनत प्रकार के भाव व विचार उत्पन्न होते रहे।
संघर्षो के चलते हुऐ मेरा सम्पर्क श्री मोती मेहता जी से हुआ जो कटरा नील, चाँदनी चौक में रहते हैं, मैंने उनको अपना गुरु माना, उन्होंने कड़ी मेहनत से मेरे जीवन को सरल बनाया, संघर्ष को चुनौती में बदला, और मुझे समाज में चल रही कुरीतियाँ और अन्धविश्वास के खिलाफ लिखना सिखाया।
