प्रस्तुत काव्य संग्रह की रचयिता श्रीमती डॉक्टर कविता पाटनी एक सरल स्वभाव वाली महिला हैं। इन्होंने परास्नातक तथा बी.एड की डिग्री देहरादून से प्राप्त की है। इन्हें इंग्लैंड के सरे विश्व विद्यालय से गणित में शोध कार्य में पी.एच.डी की डिग्री भी प्राप्त है। वर्तमान में यह सरकारी शिक्षिका के रूप में उन्नाव जनपद में कार्यरत हैं। श्रीमती डॉक्टर कविता पाटनी एक कर्मठ, सुशील और मेहनत करने वाली महिला हैं। यह अपने विद्यालय के विद्यार्थियों को भी नित समय का पालन, दूसरों की मदद, आत्मविश्वास तथा नियमपूर्वक कार्य करने की प्रेरणा देती हैं। जीवन के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कवयित्री ने समाज के लोगों में बढ़ते संघर्ष को आत्मसात करने के लिए जीवन में उत्साह और उल्लास लाने का प्रयास अपने इस काव्य संग्रह में किया है। उनके अनुसार सभी व्यक्ति विभिन्न मानसिक विचारों तथा विभिन्न सुख दुःख के क्रम लेकर इस दुनिया में आया है। इसलिए साधारण सोच को यदि उजागर किया जायेगा तो निश्चित ही एक सुदृढ़ एवं सभ्य समाज की स्थापना की जा सकेगी।