सरदार अमरजीत सिंहं कलिंगा एक अध्ययनशील व्यक्ति हैं। धार्मिक सामाजिक एवं आध्यात्मिक विचारक के रूप में अपनी पहचान बनाये हुये हैं। धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं के साथ जुडाव होन से आप बहुत सी संस्थाओं के संस्थापक व अध्यक्ष, रहे हैं। आपका लेखन कार्य आध्यात्मिक, वृद्धजनों, व महिलाओं की समस्याओं और उनके समाधान हेतू समर्पित है।
जन्मस्थली सन 1945 पेशावर (एन. डब्लयू. एफ. पी) पाकिस्तान, कर्मस्थली शिमला (हिमाचल प्रदेश) दिल्ली शाहदरा और गाजियाबाद (उ.प्र) तक अपने जीवन के 80 बसन्त देख चुके पठानी स्वभावी किसी परिचय के मोहताज नहीं। 1963 से 1973 तक भारतीय वायु सेना (I.A.F) में अपनी सेवायें प्रदान की। सन् 1965 एवं 1971 में हुई पाकिस्तान के साथ जंग में सक्रिय भाग लिया। सेवा निवृति के पश्चात अपने व्यवसाय के साथ-साथ समाचार पत्रों, पत्रिकाओं के लिये आलेख लिखते हुये कई लघु पुस्तके प्रकाशित कराई। पाठकों की अभिरूचि को ध्यान में रखते हुए अपने निम्न पुस्तके प्रकाशित कराई |
